Hindi Kavita | हिन्दी कविताएँ (लोटन के राम)
लोटन के राम
दोस्तो सुरलहरी ,इस स्कंध में मैने कुछ हिन्दी कविताएँ लिखकर असली जीवन को प्रकट करने कि कोशिश की है |Hindi Poetry किसे अच्छी नहीं लगती |आज कि Hindi Poem उन महान लोगों को स्मर्पित है जो राम को फिल्मी बता रहे हैं |
😤😤लोटन के राम😤😤
पढ़ी नहीं तुम ने रामायण ,फिल्मी इस को कहने वाले |
पूछा कभी क्या है कारण,राम ,नाम मे लिखने वाले ||
राम जन्म हुआ जहाँ ,क्या वह अयोध्या थी फिल्मी,
दहन जिस का किया हनु ने,क्या थी लंका फिल्मी ||
राम सेतु बना जहाँ ,कैसे कह गए जगह थी फिल्मी,
गोपियों संग खेले कान्हा,क्या लगता जगह थी फिल्मी ||
जोश - जोश में क्या कह गए ,फिल्मी जीवन जीने बाले ,
गोरखपुर के निषाद ही थे,राम कि नैया खेने बाले ||
श्रंगपेगपुर के निषादराज,क्या थे कोई फिल्मी नेता ,
भोई समाज जिन्हें पूजता,कैसे कहा उन्हें अभिनेता |
अशोक वाटिका क्या झूठी थी,क्या झूठा था रावण संहार ,
फिल्मी कैसे कहा इन्हें,कैसे किया यह प्रहार ||
थम जाओ ना लो परीक्षा,राम धरा पर रहने वाले ,
राम ही काम आएँगे,फिल्मी राम को कहने बाले ||
सभी सुन लें ,सब से है यह अनुरोध,
आप का जहाँ वासता नहीं ,क्यो करते उसका विरोध ||
चोटिल करना विश्वास को,कहीं कि अच्छी बात नहीं ,
रहते हो तुम जहाँ,शान्त बैठे रहो वहीं ,
शाँत रहो सुखी रहो,शाँति दूजे कि छीनने वाले ,
कुछ सुन्दर भी कर सकते हो,भेजों में गंदगी भरने बाले ||
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